गुरुवार, 21 जनवरी 2016

जुगनू और Jessica

जुगनू, नाम से ही रोम-रोम में एक चंचलता दौड़ उठती है। जैसा उसका नाम, वैसा उसका काम।  एक मनमौजी मौला, जिसके जीवन में ना कोई फ़िक्र थी, ना कोई नाराज़गी। उसकी शरारती अदाओं से मोहल्ले के लोगों का जीवन एक बवाल बने रख्खा था, लेकिन उसकी मासूम सी आवाज़ और बड़ी भूरि आँखों से उसकी सारी शरारतों पर एक पड़दा सा डल जाता था। आवारा जुगनू, आते जाते लोगों को मस्ती से जीने की अलग तरंग झलकाया करता था।

११ जनुअरी की बात है, जुगनू मदहोशी से अपना मस्ती भरा खेला खेल रहा था। अचानक, एक गतिशील वाहन ने उसका ध्यान बंटोरा। जुगनू ने इस्से पहले वह मोटर अपने इलाके में कभी नहीं देखि थी। अपनी जिज्ञासा को त्र्रुप्त करने, जुगनू एक कोना पकडे, मोटर को ताड़ने लगा। अचानक एक लाल दुपट्टा गाडी से उड़ा, और उस लाली को पकड़ने, कमल-पंखुड़ियों से भी कोमल एक हाथ खिड़की से छलका। यह देख, जुगनू की आँखें किसी मेंढक की आँखों से भी दुगनी बहार आ गई। क्योंकि उस्सने अपने पूरे जीवनकाल में इससे पहले कभी इतना खूबसूरत नज़ारा महसूस नहीं किया था। मोटर रुकी, जुगनू झुका, उसने देखा की बादलों से भी ज़्यादा सफ़ेद, एक गोरी मेम मोटर से उतरी, और अपने पति की आवाज़ में 'Jessica' नाम सुनते ही, किसी बड़े से शाहिनिवास में दौड़ छुप गयी। आवारा जुगनूं, वहीँ Jessica पे मर मिटा, लेकिन दिल टुटा जुगनूं यह जानता था की उनका मिलना असंभव से भी बढ़कर है। अब दीवाने जुगनूं के जीवन का उद्देश्य हररोज़ बस उसी शाहिनिवास की खिड़की पे तांकना और Jessica को बाल संवारते हुए देखना थ। कुछ महीने गुज़ारे और जुगनू ने बेजोड़ कोशिशें और अनगिनत मायाजालों से Jessica का ध्यान खींचने की अखंड कोशिशें करी, लेकिन नाकामयाब रह। 

एक दिन Jessica की हमारे महा-नायक, जुगनूं पे नज़र पडी। जुगनूं की तरसती नम आँखे देख, Jessica से राहा न गया और वह व्याकुलता से दौड़ उठी। अपने सारे शाही बंधन तोड़, वह उससे मिलने दरवाज़े पर आ गयि। अब दोनों एक दूसरे को ऐसे देख रहे थे की जैसे सदियों से बस सिर्फ इसी प्यार के सैलाब का इंतज़ार था। 


Jessica ने अपने कदम बढाए और जुगनूँ के बिलकुल करीब आ गई। एकाएक उसने अपने नरम-स्पर्श हथेलिओं से जुगनूं की पीठ सहलाने लगी। अपना जुगनूं Jessica के उस दुलार को देख अपनी दूम हिलाते हुए कर्तव् दिखाने लगा।

इसी तरह आज भी जुगनूं और Jessica, चोरी चुप्पे Parle-G खाने-खिलाने के बहाने मिलते हैं। और एकदूजे के साथ अपने जीवन की सबसे मासूम घडी ग़ुज़्ज़ारते हैं।

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